बेसबब बात बढाने की ज़रूरत क्या है

बेसबब बात बढाने की ज़रूरत क्या है,
हम खफा कब थे मनाने की ज़रूरत क्या है.

आपके दम से तो दुनीया का भरम है कायम,
आप जब हैं तो ज़माने की ज़रूरत क्या है.

तेरा कूचा, तेरा दर, तेरी गली काफी है,
बे-ठिकानों को ठिकाने कि ज़रूरत क्या है।

दिल से मिलने की तमन्ना ही नही जब दील में,
हाथ से हाथ मिलाने की ज़रूरत क्या है.

रंग आंखों के लिए बू है दमागों के लिए,
फूल को हाथ लगाने की ज़रूरत क्या है।

Album: Face to Face
Singer: Jagjit Singh


बेसबब /besabab=without reason
कूचा/kucha=street,lane
दर/dar=gate,entrance
बू/boo=fragrance
दमाग/damag=mind,brain


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