यु तो गुजर रहा है
I am listening to a new Gazal sung by Jagjit Singh
यू तो गुजर रहा है, हर एक पल ख़ुशी के साथ
फिर भी कोई कमीसी है, क्यो जिंदगी के साथ
रिश्ते वफाये दोस्ती , सब कुछ तो पास है
क्या बात है पता नही ,दिल क्यो उदास है
हर लमहा है हसीन, नयी दिलकशी के साथ
फिर भी कोई कमीसी है..............
चाहत भी है सकून भी है दिलबरी भी है
आंखो में ख्वाब भी है, लबो पर हसी भी है,
दिल को नही है कोई शिकायत किसी के साथ
फिर भी कोई कमीसी है.................
सोचा था जैसे वैसा ही तो, जीवन है मगर
अब और किस तलाश में बेचैन है नजर
कुदरत तो मेहेरबान है ,दरीयादिली के साठ
फिर भी कोई कमीसी है.....................
यू तो गुजर रहा है, हर एक पल ख़ुशी के साथ
फिर भी कोई कमीसी है, क्यो जिंदगी के साथ
रिश्ते वफाये दोस्ती , सब कुछ तो पास है
क्या बात है पता नही ,दिल क्यो उदास है
हर लमहा है हसीन, नयी दिलकशी के साथ
फिर भी कोई कमीसी है..............
चाहत भी है सकून भी है दिलबरी भी है
आंखो में ख्वाब भी है, लबो पर हसी भी है,
दिल को नही है कोई शिकायत किसी के साथ
फिर भी कोई कमीसी है.................
सोचा था जैसे वैसा ही तो, जीवन है मगर
अब और किस तलाश में बेचैन है नजर
कुदरत तो मेहेरबान है ,दरीयादिली के साठ
फिर भी कोई कमीसी है.....................
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