तेरे आने की जब खबर महके

तेरे आने की जब खबर महके
तेरी खुशबू से सारा घर महके

शाम महके तेरे तस्वुर से
शाम के बाद फ़िर सहर महके

रात भर सोचता रहा तुझको
जहनों दिल मेरे रात भर महके

याद आए तो दिल मुरबर हो
दीद हो जाए तो नज़र महके

वो घड़ी दो घड़ी जहाँ बैठे
वह जमीन महके वह शजर महके


Vocabulary:
तसव्वुर = imagination/imagine about
सहर = dawn/morning
ज़हन-ओ-दिल = mind & heart
मुनव्वर = brilliant/bright/content/happy
दीद = (Deedaar)/sight/to view
शजर = place/surroundings
 

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